@hwnewsnetwork जेहादी छद्म अल्पकण्टको का गिरोह है आयोग।जो वास्तविक अल्पसंख्यक समुदाय हैं उन्होंने कभी इस विभाग का न कोई लाभ लिया और न ही कभी स्वयम को खतरे में हूँ का दोगलापन दिखाया।मदरसा छाप जेहादी जब फंस गया तो देशभक्ति दिखाने लगा जबकि इसके बयान को राष्ट्रद्रोह में लेकर रासुका लगाकर एग्गसेल में डाल दिया जाना चाहिए।1861 कि बने कानून से ऐसे जेहादिओं का कठोर दंड नही दिया जा सकता इसी का अनुचित लाभ लेते हैं ये अरब के गुलाम गिलमे जेहादी