*पूर्व सपा नेता पहुंचे अखिलेश के दरबार देने रामायण की किताब*
वाराणसी@ कला संस्कृत और अध्यापन का एक संगम जहां रीति रिवाज भी उस भाव से मनाया जाता है कि धर्म के प्रति विश्वास और अगाध प्रेम झलकता है ,जहां पर्व त्यौहार यहां की कलाकृतियों और मंदिरों में देखे जा सकते हैं श्रद्धालु त्योहारों पर भी अपने आराध्य भगवान को दर्शन के साथी खुशियां मनाते हैं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं ! कारण कोई समाज सेवा या धार्मिक कार्यों के लिए नहीं बल्कि राम के प्रति उनकी उदासीनता के कारण इसी क्रम में वाराणसी के पूर्व सपा के धुरंधर नेता सुधीर सिंह पहुंचे लखनऊ और अखिलेश यादव जी को उनका मुस्लिम प्रेम जो पीढ़ियों से परिवार के द्वारा सकुशल निभाया जा रहा है !
*रामायण की किताब कोरियर से भेजा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को*
सुधीर सिंह के मुताबिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी के आवास पर रामचरितमानस भेंट करने के लिए गये परंतु उनके दिल्ली में होने के कारण उनके स्टाफ एवं सुरक्षाकर्मियों ने रामायण देने से मना कर दिया !
मजबूरन मुझे रामायण कोरियर से अखिलेश यादव जी को भेजनी पड़ी रामायण देने से मेरा आशय सिर्फ इतना था कि माननीय अखिलेश यादव रामायण पढ़ कर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की महिमा को जाने वह जाने की भगवान श्रीराम का हम हिंदुओं एवं क्षत्रियों के जीवन में क्या महत्व है !
*राम से नफरत या वोट का प्रयोग लेकिन हिंदुओं को चोट*
सुधीर सिंह का कहना था कि माननीय अखिलेश यादव जी जय राम को एक पार्टी का नारा समझ रहे हैं जबकि भगवान राम हिंदुओं के और हम क्षत्रिय भाइयों की आस्था के प्रतीक हैं आदरणीय अखिलेश जी राम द्रोही तो सिर्फ रावण था उसका विनाश हो गया फिर आप क्यों राम द्रोही हो रहे हैं ! भाजपा ने श्री राम का पेटेंट नहीं कराया है आप भी बोलिए जय श्री राम अगर जय श्री राम बोलने में तकलीफ है तो आप राम-राम भी बोल सकते हैं।आपने अपनी कन्नौज की सभा में जय श्री राम बोलने वाले युवक को जमकर पिटवाया और कहा की हम लोग विष्णु को मानने वाले हैं श्री कृष्ण को मारने वाले हैं लेकिन अखिलेश जी श्री राम और श्री कृष्ण तो भगवान विष्णु के ही अवतार थे ! इसलिए रामायण पढ़िए आप मुस्लिम परस्त हैं यह बहुत अच्छी बात है लेकिन अगर आप का जन्म हिंदू परिवार में हुआ है तो आप रामायण गीता सहित तमाम ग्रंथों को पढ़ना चाहिए तो आपको पता चलेगा कि हिंदू धर्म कितना महान है !
छोड़ आये हम वो टुटर की गलियां