यह वीडियो अगर किसी ने नहीं देखा है तो जरूर जरूर से देखिए इस वीडियो में मुसलमान मोहल्ले में रोहिंग्या मुसलमानों के मोहल्ले में लोग राशन दान देकर गए बोरे के बोरे लोग वापस बेच रहे हैं एक ऑटो वाला आया है जिसमें सब कोई वापस अपना बोरा अपने अपने घर से लाकर दे रहा है ₹800 में वापस बेच रहे हैं और दूसरे लोगों से फोन करके पुलिस से फोन करके राशन मंगा रहे हैं लोग गरीबों की सहायता करने से पहले बहुत ध्यान रखें और घर के चेकिंग करें कि घर में क्या क्या रखा है नहीं है देखकर ही दान दें
क्या पढ़ाया जाता है बांग्लादेश के बच्चों को? इस शिक्षा से बच्चे जेहादी ही बनेंगे मानव बम ही बनेंगे। और ये ही शिक्षा दुनिया के सारे मदरसों में पढ़ाया जाता है। इसीलिए आतंकवाद सिर्फ इस्लाम से पैदा होता है किसी अन्य धर्म मे नही। इस्लाम कोई धर्म नहीं है बल्कि ये मजहब है जिसका उद्देश्य पूरे विश्व को इस्लाम के झंडे के नीचे लाना है पूरे विश्व को निज़ाम ए मुस्तफा के अधीन करना है और ये एक राजनीतिक जेहाद है। दुनिया से अगर आतंकवाद खत्म करना है जेहाद खत्म करना है पूरे विश्व मे शांति स्थापित करना है तो इस विचारधारा को खत्म करना होगा।तभी ये सम्भव है,अन्यथा नही।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष सदगुरुदेव महन्त श्री नरेन्द्र गिरी जी महाराज -- महाराष्ट्र में कोरोना के नाम पर धर्म विशेष के लोगों द्वारा जूना अखाड़े के दो संतों की हत्या किए जाने की अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़े शब्दों में निंदा की है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार से दोनों संतों की हत्या की जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है लाक डाउन चल रहा है ऐसे में अगर कोई संत महात्मा ब्रह्मलीन होते हैं तो उस इलाके के ग्रामीण और आसपास के साधु संत ही उनकी समाधि में शामिल हों। उन्होंने कहा है कि बाहरी जिले से साधु-संतों को समाधि में जाने की फिलहाल लाक डाउन तक कोई आवश्यकता नहीं है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पालघर जिले के दानू तहसील में जूना अखाड़े के दो संत महात्माओं की पुलिस की मौजूदगी में लाठी डंडों से पीट-पीटकर धर्म विशेष के लोगों ने हत्या कर दी। इस घटना के बाद से साधु संतों में काफी नाराजगी है। साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने दोषियों के खिलाफ जांच के बाद सख्त कार्रवाई की मांग की है। महंत नरेंद्र गिरी ने आरोप लगाया है कि कोरोना के बहाने धर्म विशेष के लोग साधु-संतों से बदला ले रहे हैं। लाक डाउन के खत्म होने के बाद बड़ी संख्या में संत महात्मा महाराष्ट्र सरकार का घेराव करेंगे और इस मामले में कार्रवाई के लिए दबाव भी बनाएंगे।
महंत नरेंद्र गिरी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्घव ठाकरे से दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बाइट--- महंत नरेंद्र गिरी, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद।
छोड़ आये हम वो टुटर की गलियां